HDR(Human Development Report)-2015
मानव विकास रिपोर्ट -2015
Theme-Work for human development
इस रिपोर्ट को UNDP(United Nation Development Program) द्वारा प्रकाशित किया जाता है।
1990 में भारत के अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन और पाकिस्तान के महबूब उल हक ने HDI का कंसेप्ट लाया।
2015 की रिपोर्ट इथोपिया की राजधानी आदिस अबाबा से प्रकाशित की गई।
मानव विकास रिपोर्ट में 5 चीजें समाहित होती हैं।
1. मानव विकास सूचकांक(HDI)
2. मानव विकास सूचकांक में असमानता को समायोजित करना (IHDI)
3. लिंग विकास सूचकांक (Gender dev index)
4. लिंग असमानता सूचकांक(Gender inequality Index)
5. बहुआयामी गरीबी सूचकांक (Multidimensional poverty index)
एक-एक करके बारी-बारी से सब के बारे में देख लेते हैं।
1. मानव विकास सूचकांक- मानव विकास सूचकांक को मापने के तीन हैं।
i) लंबा और स्वस्थ जीवन जीना
ii) शिक्षित और ज्ञानवान होना
iii) आर्थिक रुप से अच्छा जीवन व्यतीत करना
भारतवर्ष में जीवन प्रत्याशा 68 वर्ष है।
Schooling का औसत 5.4 वर्ष है।
GNI Per Capta (ppp-2011) $5497 है।
HDI-2015 India- 0.609 (Rank-130)
HDI में नंबर वन नार्वे और सबसे अंत में 188 नंबर नाइजर का है।
HDI को तीन खंडों में विभाजित करते हैं-
Very high(0.8-1.0)- नार्वे ,ऑस्ट्रेलिया , स्विजरलैंड, डेनमार्क ,नीदरलैंड
High(0.7-0.8)- श्रीलंका ,ब्राजील ,चाइना
Medium(0.550-0.770)- भारत भूटान बांग्लादेश
Low(<0.550)- नेपाल ,पाकिस्तान ,म्यांमार ,नाइजर(188)
( इसमें मैंने प्रत्येक श्रेणी में सारे देशों के नाम नहीं लिखे हैं)
2. IHDI(inequality human development index)-
HDI में हम मध्य श्रेणी में आते हैं तो इसका मतलब यह नहीं है कि भारत के सभी लोग पढ़े-लिखे हैं, सभी के पास रोजगार है। HDI में हम मध्य श्रेणी में आते है तो इसका मतलब हम विश्व के देशों में कुछ हद तक सम्मानित स्थिति में है परंतु भारत के अंदर HDI मापने की तीनों श्रेणियों में काफी असमानता है। बहुतों के पास रोजगार नहीं है बहुत से लोग पढ़े लिखे नहीं हैं। यदि हम असमानता के साथ मानव विकास सूचकांक को समायोजित करें तो भारत का स्थान 131 है।
3. लिंग विकास सूचकांक(GDI)-
Formula=Female HDI/Male HDI
अगर यह मान 1 या 1 से ज्यादे आता है तो वह देश लिंग विकास सूचकांक में सबसे अच्छा माना जाएगा। जैसे इसटोनिया, रूस ।
भारत के लिए यह मान 0.735 है। जो कि बहुत ही खराब है।
4. लिंग असमानता सूचकांक (GII)-HDR में इसे 2010 से शामिल किया गया है।
इस को मापने के 4 आधार हैं-
I)Reproductive health मातृ मृत्यु दर भारत वर्ष में 190 है अर्थात प्रत्येक 1 लाख पैदा हुए बच्चों पर 190 माताएं मर जाती हैं जोकि बहुत खराब है
II)Adolescent birth rate- इसे हम ऐसे समझ सकते हैं कि भारत वर्ष में बहुत सी महिलाओं की शादी 15 से 19 वर्ष के बीच हो जाती है और इस दौरान यदि वे गर्भवती हो जाती है तो प्रत्येक 1000 महिलाओं पर 33 महिलाओं की मृत्यु हो जाती है
III) महिला सशक्तिकरण -हमारे देश में संसद में केवल 12.2%प्रतिशत महिलाएं हैं और केवल 27 प्रतिशत महिलाएं ही हाईस्कूल पास हैं जो कि बहुत खराब है
IV) आर्थिक गतिविधि- भारतवर्ष में केवल 27 प्रतिशत महिलाएं ही आर्थिक गतिविधि में लिप्त है
GII यदि जीरो आए तो उस देश में लैंगिक असमानता बहुत कम है और यदि एक या एक से ज्यादा आए तो उस देश में लैंगिक असमानता बहुत ज्यादा है।
GII India-130 Rank
1st rank-Slovenia
Last rank-Yemen(155 Rank)
5. बहुआयामी गरीबी सूचकांक -इसे 2010 से HDR में शामिल किया गया है।
भारत में गरीबी मापने का तरीका तेंदुलकर कमिटी की रिपोर्ट है
वर्ल्ड बैंक के अनुसार भारत में 37.7 प्रतिशत लोग गरीब हैं जिनकी प्रति दिन की कमाई 1.25 डॉलर से कम हैं।
परंतु MPI के अनुसार भारत में लगभग 55% लोग गरीब हैं।
मानव विकास रिपोर्ट -2015
Theme-Work for human development
इस रिपोर्ट को UNDP(United Nation Development Program) द्वारा प्रकाशित किया जाता है।
1990 में भारत के अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन और पाकिस्तान के महबूब उल हक ने HDI का कंसेप्ट लाया।
2015 की रिपोर्ट इथोपिया की राजधानी आदिस अबाबा से प्रकाशित की गई।
मानव विकास रिपोर्ट में 5 चीजें समाहित होती हैं।
1. मानव विकास सूचकांक(HDI)
2. मानव विकास सूचकांक में असमानता को समायोजित करना (IHDI)
3. लिंग विकास सूचकांक (Gender dev index)
4. लिंग असमानता सूचकांक(Gender inequality Index)
5. बहुआयामी गरीबी सूचकांक (Multidimensional poverty index)
एक-एक करके बारी-बारी से सब के बारे में देख लेते हैं।
1. मानव विकास सूचकांक- मानव विकास सूचकांक को मापने के तीन हैं।
i) लंबा और स्वस्थ जीवन जीना
ii) शिक्षित और ज्ञानवान होना
iii) आर्थिक रुप से अच्छा जीवन व्यतीत करना
भारतवर्ष में जीवन प्रत्याशा 68 वर्ष है।
Schooling का औसत 5.4 वर्ष है।
GNI Per Capta (ppp-2011) $5497 है।
HDI-2015 India- 0.609 (Rank-130)
HDI में नंबर वन नार्वे और सबसे अंत में 188 नंबर नाइजर का है।
HDI को तीन खंडों में विभाजित करते हैं-
Very high(0.8-1.0)- नार्वे ,ऑस्ट्रेलिया , स्विजरलैंड, डेनमार्क ,नीदरलैंड
High(0.7-0.8)- श्रीलंका ,ब्राजील ,चाइना
Medium(0.550-0.770)- भारत भूटान बांग्लादेश
Low(<0.550)- नेपाल ,पाकिस्तान ,म्यांमार ,नाइजर(188)
( इसमें मैंने प्रत्येक श्रेणी में सारे देशों के नाम नहीं लिखे हैं)
2. IHDI(inequality human development index)-
HDI में हम मध्य श्रेणी में आते हैं तो इसका मतलब यह नहीं है कि भारत के सभी लोग पढ़े-लिखे हैं, सभी के पास रोजगार है। HDI में हम मध्य श्रेणी में आते है तो इसका मतलब हम विश्व के देशों में कुछ हद तक सम्मानित स्थिति में है परंतु भारत के अंदर HDI मापने की तीनों श्रेणियों में काफी असमानता है। बहुतों के पास रोजगार नहीं है बहुत से लोग पढ़े लिखे नहीं हैं। यदि हम असमानता के साथ मानव विकास सूचकांक को समायोजित करें तो भारत का स्थान 131 है।
3. लिंग विकास सूचकांक(GDI)-
Formula=Female HDI/Male HDI
अगर यह मान 1 या 1 से ज्यादे आता है तो वह देश लिंग विकास सूचकांक में सबसे अच्छा माना जाएगा। जैसे इसटोनिया, रूस ।
भारत के लिए यह मान 0.735 है। जो कि बहुत ही खराब है।
4. लिंग असमानता सूचकांक (GII)-HDR में इसे 2010 से शामिल किया गया है।
इस को मापने के 4 आधार हैं-
I)Reproductive health मातृ मृत्यु दर भारत वर्ष में 190 है अर्थात प्रत्येक 1 लाख पैदा हुए बच्चों पर 190 माताएं मर जाती हैं जोकि बहुत खराब है
II)Adolescent birth rate- इसे हम ऐसे समझ सकते हैं कि भारत वर्ष में बहुत सी महिलाओं की शादी 15 से 19 वर्ष के बीच हो जाती है और इस दौरान यदि वे गर्भवती हो जाती है तो प्रत्येक 1000 महिलाओं पर 33 महिलाओं की मृत्यु हो जाती है
III) महिला सशक्तिकरण -हमारे देश में संसद में केवल 12.2%प्रतिशत महिलाएं हैं और केवल 27 प्रतिशत महिलाएं ही हाईस्कूल पास हैं जो कि बहुत खराब है
IV) आर्थिक गतिविधि- भारतवर्ष में केवल 27 प्रतिशत महिलाएं ही आर्थिक गतिविधि में लिप्त है
GII यदि जीरो आए तो उस देश में लैंगिक असमानता बहुत कम है और यदि एक या एक से ज्यादा आए तो उस देश में लैंगिक असमानता बहुत ज्यादा है।
GII India-130 Rank
1st rank-Slovenia
Last rank-Yemen(155 Rank)
5. बहुआयामी गरीबी सूचकांक -इसे 2010 से HDR में शामिल किया गया है।
भारत में गरीबी मापने का तरीका तेंदुलकर कमिटी की रिपोर्ट है
वर्ल्ड बैंक के अनुसार भारत में 37.7 प्रतिशत लोग गरीब हैं जिनकी प्रति दिन की कमाई 1.25 डॉलर से कम हैं।
परंतु MPI के अनुसार भारत में लगभग 55% लोग गरीब हैं।
No comments:
Post a Comment